राष्ट्रीय आपदा राहत बल के डायरेक्टर जनरल आर केपचनंदा ने वरदा के मद्देनजर की गई तैयारियों के बारे में बताते हुए कहा, ‘हम पूरी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। हमारे राहत दल आंध्र प्रदेश में पहले से तैयार हैं। चेन्नै में हमारी 3 टीमें, एक टीम कांचीपुरम में और 2 दल तिरुवल्लुर में तैनात हैं। एक टीम पुदुच्चेरी के लिए भेजी जा चुकी है। अरक्कोनम में भी किसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास पर्याप्त लोग हैं।’ उन्होंने कहा कि तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश सरकार के साथ भी पूरा तालमेल हैं और सभी संबंधित एजेंसियां साथ मिलकर आपसी सहयोग के साथ काम कर रही हैं।
‘वरदा’ से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना को भी हाई अलर्ट कर दिया गया है। मछुआरों से अगले 48 घंटे तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है। ‘वरदा’ के चलते तमिलनाडु सरकार ने प्रभावित इलाकों में सोमवार को सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की है। इसके तहत स्कूल-कॉलेज और दफ्तर बंद रहेंगे। इस चक्रवाती तूफान के मद्देनजर रविवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम की अध्यक्षता में राज्य सरकार के अधिकारियों और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की मीटिंग हुई थी, जिसमें तूफान से पहले की तैयारियों का जायजा लिया गया था। हालांकि, मौसम विभाग के अधिकारी बी. राजा राव ने बताया, ‘सोमवार को चक्रवाती तूफान ‘वरदा’ आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट और चेन्नै के पास तमिलनाडु के उत्तरी तट को पार करेगा। इसके बाद यह तूफान कमजोर पड़ने लगेगा।’ राज्य के बिजली बोर्ड को तूफान से पहले एहतियातन पावर सप्लाई बंद करने के लिए कहा गया है।































































