नई दिल्ली। नोटबंदी के खिलाफ केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ रिजर्ब बैंक ऑफ इंडिया(आरबीआई) कार्यालय के सामने शुक्रवार(18 नवंबर) को धरने पर बैठ गए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम से सहकारी क्षेत्र तबाह हो जाएगा। केंद्र सरकार ने सहकारी समितियों को पुराने नोट लेने या बदलने की अनुमति नहीं दी है।
धरना शुरू करने से पहले विजयन और उनकी कैबिनेट के सहयोगियों ने पालयम स्थित शहीद स्मारक से यहां आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय तक मार्च किया। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के कदम को ‘राजनीतिक साजिश’ करार देते हुए भाजपा के उस आरोप को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि सहकारी समितियां ‘कालाधन का अड्डा’ हैं।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए विजयन ने कहा कि काले धन और नोटबंदी के नाम पर केरल के सहकारी सेक्टर के अपमान पर केंद्र सरकार को दोबारा से विचार करना चाहिए। हम काले धन की रोकथाम के खिलाफ नहीं हैं।
धरने के बाद सीएम ने मंत्रियों के साथ बैठक कर मौजूदा हालात पर चर्चा भी की। राज्य सरकार ने इस मसले पर 21 नवंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला किया है। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने विपक्षी दलों के साथ मिलकर अभियान चलाने की घोषणा की है।