कालेधन के लिए मोदी सरकार की तरफ से नोटबंदी के रूप में उठाये गये कदम ने पूरे देश में हल-चल मचा दी है। कालाधन रखने वाले अपना पैसा ठिकाने लगाने में लगे हैं। ऐसे ही मुंबई के जैन मंदिर इन दिनों 500 और 1000 के नोटों को ठिकाने लगाने के लिए नई-नई तरकीबे बनाने में जुटे हैं। कुछ मंदिर तो ऐसे हैं जो श्रद्धालुओं से अनुरोध कर रहे हैं कि वे मंदिर को दान में मिला करोड़ों का चंदा जिनमें ज्यादातर 500-1000 के नोट हैं उसे ले लें और जैसे उचित समझें उसका इस्तेमाल करें। लेकिन मंदिर को यह पैसा कुछ महीने बाद वापस चाहिए और वह भी सभी नए नोट के साथ।
आस-पास के कई मंदिर अपने स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ बैठक कर रहे हैं और उनसे कह रहे हैं कि अगर वे चाहें तो 25 हजार से 50 हजार के बीच की रकम अभी ले सकते हैं और उसे अगले साल नई करंसी में लौटा सकते हैं। सूत्रों का कहना है, ‘मंदिर ट्रस्ट ने हमसे कहा कि हम एक निश्चित रकम बिना ब्याज के ले सकते हैं और अगले साल अप्रैल तक रकम वापस कर सकते हैं।’
खबर का बाकी अंश अगली स्लाइड में पढ़ें