दिल्ली की जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर शनिवार रात पेशाब करने से मना करने पर दो युवकों ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक ई-रिक्शा चालक की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
पुलिस के मुताबिक, रवींद्र कुमार (32 साल) रिक्शा चलाकर फैमिली का गुजारा करता था। शनिवार रात वह मेट्रो स्टेशन के बाहर रिक्शा पार्क कर रहा था। इसी दौरान 4-5 लड़के वहां आकर दीवार पर पेशाब करने लगे। रवींद्र ने इस पर एतराज जताया तो आरोपियों ने उसे जमकर पीटा और सिर पर लोहे की रॉड से वार किया।
उसे बेहोश छोड़कर सभी आरोपी फरार हो गए। रवींद्र ने किसी तरह किशोर मार्केट में अपने घर फोन कर हमले की बात बताई। इसके बाद फैमिली मेंबर्स ने उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया। जहां रविवार को इलाज के दौरान उसकी मौक हो गई।
पुलिस ने बताया कि कल शाम मृतक रवींद्र ने दो लोगों को मेट्रो स्टेशन के बाहर पेशाब करते हुए देखा और इस पर आपत्ति जताई। तब वे वहां से रविंद्र को बाद में सबक सिखाने की धमकी देकर चले गए। दोनों रात करीब आठ बजे दस और लोगों के साथ वापस आए और उसे बुरी तरह से पीटा। एक दूसरे ई-रिक्शा चालक ने बीचबचाव करने की कोशिश की लेकिन आरोपियों ने उसे भी पीटा। रवींद्र को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। पुलिस सूत्रों ने कहा कि दोनों व्यक्तियों की तस्वीरें वहां लगे सीसीटीवी में कैद हैं।
ऐसा संदेह है कि आरोपी एक प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आए थे और हरियाणा के रहने वाले हैं। रवींद्र मेट्रो स्टेशन के पास एक झुग्गी बस्ती में रहता था। उसकी पिछले साल शादी हुई थी और उसकी पत्नी सात महीने की गर्भवती है। उधर, स्थानीय पुलिस अधिकारी सुरिंदर कुमार का कहना है कि जांच जारी है। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया है।
बता दें कि मोदी सरकार स्वच्छता को लेकर कैम्पेन चला रही है। पब्लिक प्लेस पर टॉयलेट बनाए जा रहे हैं और उन्हें इस्तेमाल करने के लिए अवेयरनेस प्रोग्राम भी चलाए जा रहे हैं। पिछले तीन साल में 2 करोड़ से ज्यादा टॉयलेट बनाने का दावा किया गया है।