सपा उम्मीदवार गायत्री प्रजापति के खिलाफ रेप और यौन उत्पीड़न के मामले में केस दर्ज हो गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में गायत्री और उनके साथियों पर आईपीसी की विभन्न धाराओं और पॉक्सो ऐक्ट में मुकदमा दर्ज किया। यूपी में जारी विधानसभा चुनाव के बीच सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ही यूपी पुलिस को फटकार लगाते हुए मंत्री के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर यूपी सरकार से आठ हफ्तों के भीतर जवाब मांगा है।
वर्तमान में प्रजापति, यूपी कैबिनेट में परिवहन मंत्री हैं। 35 वर्षीय पीड़िता ने मंत्री के खिलाफ FIR दर्ज न होने पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। पीड़िता के अनुसार उसके साथ गैंगरेप हुआ और उसकी बेटी का भी यौन उत्पीड़न किया गया। गायत्री प्रजापति के खिलाफ कुछ महीने पहले एक महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। महिला ने DIG के पास भी इस मामले में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि प्रजापति ने उसे ब्लैकमेल कर पिछले 2 साल में कई बार उसके साथ रेप किया।
गायत्री प्रजापति पर आय से अधिक संपत्ति रखने, अवैध कब्जे, अवैध खनन सहित कई संगीन आरोप लग चुके हैं। कुछ महीने पहले उन्हें अखिलेश यादव ने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था। हालांकि मुलायम के दबाव में अखिलेश को दोबारा उन्हें सरकार में शामिल करना पड़ा।