वहीं सपा के कुछ नेताओं ने जेल में गायत्री को वीआईपी ट्रीटमेंट दिलवाने के लिए भी सिफारिश की। एक शख्स ने अपना परिचय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निजी सचिव के रूप में दिया। करीब साढ़े बारह बजे गायत्री को जेल में दाखिल करवाकर पुलिस लौट गई। जेल के भीतर जेल प्रशासन ने गायत्री की सघन तलाशी ली। पुलिस सूत्रों की मानें तो तलाशी के दौरान गायत्री प्रजापति के कपड़े तक उतरवा दिए गए, हालांकि इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है।
दोपहर करीब एक बजे जेल नियमों के मुताबिक मंत्री गायत्री प्रजापति को मुलाहिजा बैरक भेज दिया गया। यहां गायत्री अगले दस दिन तक एक आम बंदी की तरह रहेंगे। उस बैरक में चोरी, जेब काटने, मारपीट, छीनाझपटी के अलावा छोटे-मोटे अपराध में बंद अपराधी गायत्री के साथ रहेंगे। अखिलेश सरकार के कद्दावर मंत्री गायत्री प्रजापति का जेल में पहला दिन किसी कयामत से कम न था। सूत्रों के मुताबिक, गायत्री ने दोपहर में खाना नहीं खाया।
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