जिले के अभोली गांव में बुधवार को शादी के मंडप में दूल्हे को चक्कर आने एवं गिरने की वजह से दुल्हन एवं परिजनों ने शादी से इनकार कर दिया। आरोप है की दुल्हन के घरवालों ने बारातियों को बंधक भी बना लिया। बाद में दुल्हे के पिता की तरफ से दहेज में ली गई बाइक के साथ खर्च की गई सारी रकम वापस करने के बाद परिजनों को मुक्त किया गया। उधर दुल्हा सात फेरे लिए बगैर बैरंग लौटा।
दुल्हन के परिजनों का आरोप था कि दूल्हे को दौरे पड़ने की बीमारी है, परिजन छुपाकर शादी कर रहे थे। हालांकि पुलिस ने इस तरह की जानकारी होने से इनकार किया है क्योंकि पुलिस तक मामला नहीँ पहुंचा।
जिले के सुरियावा थाने के हरीपुर(कीर्तिपुर) गांव निवासी हीरा गौतम के पोते एवं हरिश्चंद्र गौतम के बेटे विनय(21) की बारात बुधवार को दुर्गागंज थाने के अभोली गांव की दलित बस्ती में जहपट गौतम के यहां गई थी। यहां उनकी बेटी का विवाह विनय से तय था। की रस्में पूरी हो गई थीं। बाराती खान-पान कर रहे थे। उधर विवाह मंडप में चढ़ावे की रस्म पूरी की जा रही थी। उसी दौरान दूल्हे विनय को चक्कर आ गया और वह मंडप में गिर गया। इस घटना के बाद दुल्हन के पिता जहपट और परिजनों का गुस्सा बढ़ गया।
लड़कीवालों ने कहा कि दूल्हे को दौरे का मर्ज है, हम अपनी बेटी की शादी किसी भी कीमत पर नहीँ करेंगे। लड़केवालों ने ऐसी किसी बात से इनकार किया और दुल्हन के घरवालों को समझाने की पूरी कोशिश की लेकिन बात नहीँ बनी। बाद में दूल्हे के परिजनों को दुल्हन के घरवालों ने बंधक बना लिया। दोनों तरफ के कुछ लोगों के हस्तक्षेप के बाद आपस में समझौता हुआ, जिसमें दहेज में दी गई बाइक की वापसी और 40 हजार नगद लेने के बाद दुल्हन के परिजनों ने दूल्हे के परिजनों और बारातियों को मुक्त किया। ऐसी स्थिति में दूल्हे को बगैर शादी बैरंग लौटना पड़ा। इसी तरह सुरियावा थाने के परऊपुर गांव में प्रतापगढ़ के अंतू से बारात आई थी। यहां डीजे पर डांस करने को लेकर घरातियों और दूल्हे के भाई से विवाद हो गया। बात काफी आगे बढ़ गई। बाद में मामला सुरियावा थाने तक पहुंच गया। पुलिस के हस्तक्षेप और समझाने के बाद शादी सम्पन्न हुई।