मनोहर पर्रिकर आज गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने भी मंगलवार को कहा कि उन्हें गुरुवार तक बहुमत साबित करना होगा। कांग्रेस का तर्क था कि उसे राज्य में 17 सीटें मिली हैं लिहाजा सरकार बनाने के लिए उसे पहले न्योता मिलना चाहिए था। लेकिन एेसा क्या हुआ कि बीजेपी से ज्यादा सीट मिलने के बावजूद कांग्रेस सरकार बनाने से चूक गई। माना जा रहा है कि भले ही यह मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस का रहा हो, लेकिन नतीजे आने के बाद पर्दे से पीछे टक्कर कांग्रेस के गोवा प्रभारी दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बीच थी।
दरअसल रविवार की रात मनोहर पर्रिकर और बीजेपी के गोवा प्रभारी नितिन गडकरी एक फाइव स्टार होटल में थे। उनके पास एमजीपी का समर्थन तो था, लेकिन अब तक गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने हां नहीं की थी। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक तभी एंट्री होती है विजाई सरदेसाई (पत्रकार राजदीप सरदेसाई के कजिन ) की, जो गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष हैं। उनके आते ही पूरा खेल बीजेपी के पाले में आ जाता है। बता दें कि पर्रिकर कई बार सरदेसाई की खुलेआम आलोचना कर उन्हें एक पॉलिटिकल फिक्सर बता चुके हैं।