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दोबारा इराक से वापस आने पर शिशु के कमर से लगे दो अतिरिक्त अंगों को हटाया गया। बायां पैर अल्पविकसित होने के कारण उसमें अविकसित अंगों की मांशपेशियां लगाई गईं। कमर के टेढ़ेपन को दूर किया गया। पेट में आंत भी घूमी हुई थी। इस विकृति को भी दूर किया गया। बच्चे को तीन अंडकोष थे। सात-आठ घंटे के ऑपरेशन में छह से आठ डॉक्टरों की टीम ने काम किया। बच्चे के पिता भी इराक में डॉक्टर हैं,वह खुद भी ऑपरेशन टीम के हिस्सा थे।
बाल हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि बच्चे को हृदय की जटिल बीमारी ‘करेक्टेड ट्रांसपोजीशन ऑफ ग्रेट आर्टरीज’ थी। धमनियां एवं पंपिंग चैंबर प्राकृतिक बनावट से उल्टी दिशा में थी। अल्प विकसित हृदय को विकसित करने के लिए ऑपरेशन करके अंदर प्लग लगाकर जगह बनाई। ये एक साल में विकसित हो जाएगा।
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