नोएडा स्थित जेपी अस्पताल के डॉक्टरों ने दुनिया की सबसे मुश्किल सर्जरी करके आठ अंगों वाले इराक के एक बच्चे को सुरक्षित बचा लिया है। इस बच्चे के जन्म से ही आठ अंग थे। तीन चरणों में सर्जरी के बाद अब बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। करम नामक यह बच्चा अब पूरी तरह से स्वस्थ है।
जेपी अस्पताल के डॉक्टरों का दावा है कि विश्व के चिकित्सीय इतिहास में इस तरह के केवल पांच-छह मामले हुए हैं, लेकिन करम का केस सबसे जटिल था। इससे पहले आठ से कम अंगों वाले ही केस सामने आए हैं।
डॉक्टर आशीष राय के अनुसार इस बीमारी को पोलीमेलिया कहते हैं। यह रेडिएशन पर्यावरणीय कारणों व दवाओं आदि के साइड इफेक्ट्स से हो सकती है। करम के पेट में नाभि के पास से एक पैर व एक हाथ निकले हुए थे। यह छाती की हड्डी से जुड़े थे। एक हाथ व एक पैर कमर व आंत से लगे हुए थे। हृदय, आंत एवं अंडकोष में भी बीमारियां थीं। बच्चे को सिर्फ एक ही किडनी है।
जब बच्चा 17 दिन का था तो उसके माता-पिता जेपी अस्पताल इलाज कराने आए थे। ऑर्थोपेडिक्स विभाग के डॉ. गौरव राठौर ने बताया कि तीन चरणों में बच्चे का इलाज किया गया। प्रथम चरण में पैर के टेढ़ेपन को दूर किया गया। पेट से निकले दो अतिरिक्त अंगों को जटिल माइक्रोस्कोपिक तकनीक से हटाया गया। लीवर से जुड़ी खून की नसों को भी अलग किया गया। प्लास्टिक, एस्थेटिक एवं रिकंस्ट्रक्शन तकनीक से पेट को सामान्य किया गया।
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