चडीगढ़ : आज से शुरू हो रहे जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरियाणा ने केंद्र से पैरा मिलिट्री फोर्स की 20 कंपनियां और मांगी हैं। 37 कंपनियां पहले ही हरियाणा पहुंच कर मोर्चा संभाल चुकी हैं। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने गुड़गांव में शनिवार को कहा कि प्रदेश सरकार ने हमारी कोई मांग नहीं मानी। इसलिए 29 जनवरी से जाट आरक्षण को लेकर सभी जाट नेता धरने पर बैठेंगे। धरना शांतिपूर्वक होगा। अतिरिक्त गृह सचिव रामनिवास ने कहा है कि सरकार पूरी तरह चौकस है और हर हालात से निपटने को तैयार है।
सीनियर सरकारी ऑफिसरों ने शनिवार को अपनी तैयारियों का विश्लेषण किया और संवेदनशील जिलों को जरूरी निर्देश दिए। हिसार, रोहतक, सोनीपत, पानीपत में पुलिस ने नाकेबंदी कर दी है। इन्हें जाट आंदोलन के नजरिए से संवेदनशील माना जाता है। सभी जगह धारा 144 लगा दी गई है। अतिरिक्त गृह सचिव रामनिवास ने बताया कि मुनक नहर पर रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की गई है। इस नहर से दिल्ली को पानी की सप्लाई होती है। नहर को अलग-अलग सेक्टरों में बांटा गया है और पुलिस और ड्यूटी मैजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। नहर और आसपास पुलिस पेट्रोलिंग तेज कर दी गई है। गौरतलब है कि पिछले हिंसक आंदोलन के दौरान उपद्रवियों ने मुनक नहर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था। इस वजह से दिल्ली को कई दिनों तक पानी की सप्लाई रुक गई थी।
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