जयललिता के लिए उनके समर्थकों का प्रेम किसी से नहीं छुपा है। उनकी तबीयत का सुनकर समर्थकों में निराशा छाई हुई है। एक 70 वर्षीय समर्थक ने उनकी बीमारी से निराश होकर अत्महत्या कर ली है। वेलयप्पन तिरुपुर जिले में अन्नाद्रमुक का पूर्व नगर सचिव था। पुलिस के अनुसार, 22 सितंबर को जयललिता के चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही वेलयप्पन अवसाद में रहने लगा था। वह जया के स्वास्थ्य को लेकर मीडिया में आ रही खबरों से बेहद तनावग्रस्त हो गया था।
‘अम्मा’ को इस साल हुए चुनावों के बाद दूसरा कार्यकाल मिला है। बीते तीन हफ्तों से उनका चेन्नई के अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा है। बुखार और डिहायड्रेशन की शिकायत के बाद 22 सितंबर को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी बीमारी से निराश होकर एक आदमी ने आत्महत्या कर ली है।
अपोलो अस्पताल की ओर से जारी कई हेल्थ बुलेटिन में बताया गया कि सीएम के फेफड़ों में इन्फेक्शन का इलाज चल रहा है। बीते मंगलवार को जयललिता के सभी विभाग उनके करीबी और राज्य के वित्त मंत्री ओ पनीरसेल्वम को सौंप दिए गए। इसके बाद से पनीरसेल्वम समीक्षा बैठकें भी कर रहे हैं।