दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पंजाब दौरे के दौरान शनिवार रात को पंजाब के मोगा में गुरविंदर सिंह नाम के एक व्यक्ति के घर रुके थे। ये व्यक्ति गुरविंदर सिंह एक वक्त में खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट का चीफ रहा है। पंजाब में आतंकवाद के दौर में उस पर हिंदू-सिख दंगे भड़काने के आरोप लगे और एक की हत्या और अन्य कई मामलों में वह जेल में भी रहा लेकिन बाद में इन मामलों से बरी होकर वो इंग्लैंड चला गया और अब इंग्लैंड में बैठकर वो कथित तौर पर खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के लिए काम कर रहा है।
केजरीवाल के गुरदीप सिंह के घर रुकने को लेकर अब पंजाब की सियासत में बवाल शुरू हो गया है जहां एक और कांग्रेस और अकाली दल ने एक बार फिर अरविंद केजरीवाल पर पंजाब विरोधी और खालिस्तान समर्थक रेडिकल ग्रुप्स के साथ मिलीभगत होने और उनसे मदद और फंडिंग लेने का आरोप दोहराया है तो वहीं पंजाब के हिंदू संगठन भी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं।
जूना अखाड़ा से जुड़े पंचानंद गिरी महाराज जो कि हिंदू तख्त के धर्माधीश भी हैं उन्होंने सोमवार को चंडीगढ़ में प्रेस कान्फ्रेंस करके अरविंद केजरीवाल पर खालिस्तान समर्थक रेडिकल ग्रुप्स से मिले होने का आरोप लगाया और कहा कि प्रोटोकॉल के तहत अरविंद केजरीवाल जो कि दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं वो सरकारी गेस्ट हाउस में रुक सकते थे, अपने किसी आम आदमी पार्टी के नेता के घर रुक सकते थे लेकिन फिर भी अरविंद केजरीवाल ने नाइट स्टे के लिए उस गुरदीप सिंह का घर चुना, जो कि पंजाब में खालिस्तान के लिए लगातार काम करता रहा है। इतना ही नहीं वो अब इंग्लैंड में बैठकर सब कुछ कर रहा है।
पंचानंद गिरी महाराज ने साफ कर दिया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में हिंदू संगठन खुलकर आम आदमी पार्टी का विरोध करेंगे और लोगों को भी बताएंगे कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल किस तरह से पंजाब को बांटने वाली खालिस्तान समर्थक ताकतों के साथ मिले हुए हैं।
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