आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। लालू, उनकी बेटी मीसा और उनके दामाद शैलेष की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार यानी आज सुबह लालू पटना की सीबीआई कोर्ट में पेश हुए। लालू यहां भागलपुर कोषागार से 47 लाख का चारा घोटाला मामले में पेश हुए थे। उनके साथ अन्य आरोपियों की भी पेशी हुई थी। इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र सहित कुल 44 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया था। इसके बाद अगले 9 जून को लालू प्रसाद यादव रांची कोर्ट में पेश होंगे। मामले में अन्य आरोपियों की भी पेशी हुई।
कि 1996 में सीबीआई ने 47 लाख के इस फर्जी निकासी के मामले में मुकदमा दर्ज किया था. सीबीआई ने इसमें 44 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। इन आरोपियों में से 15 लोगों की मौत हो चुकी है. कोर्ट ने बचे हुए आरोपियों को आज तलब किया था। इसी क्रम में लालू प्रसाद भी कोर्ट पहुंचे थे।
बताया जा रहा है कि यह आदेश देवघर कोषागार से 95 लाख रुपये की अवैध निकासी के मामले में दिया गया है। हाल में आठ मई को सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि लालू प्रसाद पर चारा घोटाले मामले में आपराधिक साजिश रचने का मुकदमा चलेगा। उस फैसले के बाद सुनवाई की कार्रवाई तेज हो गयी है।
उधर लालू की बेटी मीसा भारती को भी करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति मामले में मंगलवार को आयकर विभाग ने पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन मीसा भारती पेश नहीं होंगी और उनकी जगह उनके वकील जाएंगे। आयकर विभाग ने 16 मई को इस संबंध में समन भेजा था। मीसा भारती के पति शैलेश कुमार को भी समन भेजा गया है और उनसे सात जून को पूछताछ होने की संभावना है। इससे पहले मई में मीसा भारती के सीए राजेश अग्रवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया था। कई हजार करोड़ के घोटाले के मामले में यह गिरफ्तारी हुई थी।
लालू यादव की बेटी मीसा यादव को धन मुहैया कराने का भी राजेश पर आरोप है। मीसा की कंपनी मिशेल पैकर्स एंड प्रिटर्स को एंट्री भी दिलाई थी। दरअसल, इस मामले में कई बड़े लोगों को कमीशन लेकर शैल कंपनियों के जरिए एंट्री दिलाई गई थी। जगत प्रोजेक्टस को भी 62 करोड़ से ज्यादा की एंट्री दिलाने का आरोप है। इस मामले में एसके जैन और वीके जैन की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। दोनों अभी जेल में हैं। ईडी दोनों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है।
इससे पहले खबरें आई थीं कि लालू यादव के दिल्ली, गुड़गांव समेत 22 ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा। सूत्रों के मुताबिक 1000 करोड़ की बेनामी लैंड डील मामले में यह छापेमारी की गई है। इसके साथ राजद नेता और लालू के करीबी प्रेम चंद गुप्ता के ठिकानों पर भी छापे मारे गए। यह छापेमारी ऐसे वक्त हुई है जब बिहार बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू यादव और उनके परिवार पर जमीन घोटाले के आरोप लगाए।