बिहार के मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव को देर रात पटना से गिरफ्तार कर लिया गया। पुराने मामले में जारी वारंट के तहत गांधी मैदान थाने ने पप्पू यादव को गिरफ्तार किया। प्रदर्शन और विधानसभा घेराव के दौरान उनके समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद पुलिस ने समर्थकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था। इस दौरान पप्पू फरार हो गए थे। घटना के फौरन बाद पुलिस ने पप्पू यादव समेत उनके समर्थकों पर एफआईआर दर्ज किया। गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर छापेमारी भी की।
गिरफ्तारी से पहले ड्रामा
पप्पू यादव को ढूंढती हुई पुलिस जब उनके मंदिरी स्थित आवास पर पहुंची और उन्हें अपनी गिरफ्तारी की भनक लगी तो उन्होंने तत्काल लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को फोन लगाया। फिर दहाड़ मारकर रोने लगे।
उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से कहा, ‘ये लोग हमें फंसा रहे हैं। जान मार सकते हैं। अपने त माई दाखिल छिओ। कुछो करियो।’ फिर उन्होंने कहा-प्रणाम गोड़ छू के। जब सांसद ये बातें कह रहे थे उस वक्त उनके कमरे का दरवाजा बंद था और भीतर बस कुछ लोग और पुलिसवाले थे। पुलिस ने सांसद को गिरफ्तार कर सिविल कोर्ट के जज जावेद अहमद के आवास पर पेश किया। जज ने सांसद को न्यायिक हिरासत में लेने का आदेश दिया। इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
रात नौ बजकर 20 मिनट पर सांसद के आवास पर पहुंचे गांधी मैदान थानाध्यक्ष प्रियरंजन कुमार ने उन्हें केस नंबर 49/17 का हवाला देते हुए वारंट दिखाया। इसके बाद सांसद समझ गए कि उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है और उन्होंने स्पीकर को फोन किया।
क्या है पूरा मामला ?
गौरतलब है कि बिहार में बिजली की दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ और बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन के दौरान सोमवार को सांसद पप्पू यादव की पार्टी के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे।
इस प्रदर्शन में जन अधिकार पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता विधानसभा का घेराव करने सड़क पर उतरे थे। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने भी पुलिस पर पथराव किया। इस झड़प में दोनों तरफ के करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पटना के गर्दनीबाग स्थित मैदान में सुबह ही सैकड़ों कार्यकर्ता जुट गए थे, और इसके बाद पप्पू यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ता विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे।
इस दौरान पुलिस ने पप्पू समर्थकों को रोकना चाहा। पुलिस के अनुसार, विधानसभा की ओर जाने से रोके जाने पर कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए, उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस ने भी जमकर लाठियां भांजीं और कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पानी की बौछार (वॉटर कैनन) का भी इस्तेमाल किया।