बीजेपी नेता और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार शाम गोवा के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वह चौथी बार राज्य के सीएम बने हैं। खास बात यह रही कि गोवा में सरकार बनाने के लिए बीजेपी को समर्थन देने वाले 9 में से 7 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। कुल 9 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई, जिनमें महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के 2, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के 3, बीजेपी के 2 और 2 निर्दलीय विधायक शामिल हैं। पर्रिकर को 16 मार्च को सदन में अपना बहुमत साबित करना है।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा और पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर की मौजूदगी में शपथ लेने के बाद पर्रिकर ने कहा कि गोवा का जनादेश स्पष्ट नहीं है, लेकिन कोई विधायक कांग्रेस को समर्थन नहीं देना चाहता। उन्होंने कहा, ‘मैं मानता हूं कि जनादेश स्पष्ट नहीं मिला, पर 22 विधायकों का साथ और वोट शेयर हमारे के लिए काफी है। यह चुनाव के बाद किया गया गठबंधन है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को मिला समर्थन गोवा के विकास के लिए है। पर्रिकर ने कांग्रेस के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘अगर आपके पास समर्थन था तो आप राज्यपाल के पास क्यों नहीं गए।’
बीजेपी को सरकार बनाने के लिए महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के 3, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के 3 और 3 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन दिया है। पर्रिकर के साथ शपथ लेने वालों में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के सुदिन धवलीकर और मनोहर अजगांवकर भी शामिल हैं। साथ ही गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई, विनोद पलिनकर और जयेश सालगांवकर भी मंत्री बने हैं। बीजेपी के फ्रांसिस डिसूजा, पांडुरंग मडकैकर भी मंत्रिमंडल में शामिल किए गए हैं। निर्दलीय विधायक गोविंद गावडे और रोहन खउंटे भी को भी मंत्री बनाया गया है।