पार्टी में केजरीवाल के खिलाफ़ बढ़ेगा असंतोष
पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद से आप के मुख्य सचेतक सुखपाल सिंह खैरा ने आप की केंद्रीय इकाई यानी दिल्ली के खिलाफ झंडा बुलंद कर रखा है। विधानसभा के चुनाव के बाद से ही सुखपाल सिंह खैरा सार्वजनिक तौर पर संजय सिंह समेत दिल्ली के प्रतिनिधित्व को कोस चुके हैं। खैरा ने एक सार्वजनिक समारोह में बोला था कि पंजाब में हुई हार के लिए दिल्ली का केंद्रीय नेतृत्व जिम्मेदार है, जिसने बिना पंजाब के माहौल को जाने हुए टिकट बांटे थे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, पंजाब के अधिकतर विधायक एचएस फुल्का को पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष बनाने को लेकर भी बेहद नाराज हैं। हालत यह हो गई कि अधिकतर विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मिलकर अपनी आपत्ति जतानी चाही, लेकिन उन्हें MCD चुनाव तक ठहरने को कहा गया था।
राजौरी गार्डेन के नतीजे ने भी बढ़ाई परेशानी
इस बीच राजौरी गार्डन विधानसभा के उपचुनाव ने पार्टी के आधार को और कमजोर कर दिया। यहां भी दिल्ली की केंद्रीय इकाई के फैसले पर ही हार का ठीकरा फूटा। केजरीवाल और सिसोदिया, दोनों ने माना कि विधायक जरनैल सिंह के इस्तीफा देने से जनता काफी नाराज है। इस बीच पंजाब में आप के नेता गुरप्रीत सिंह वाराइच ने भी ऐलान किया कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और पार्टी के उम्मीदवार राज्य इकाई ही तय करेगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि केंद्रीय नेतृत्व की राय पर ध्यान भी दिया जाएगा।