आने वाला हफ्ता बहुत गर्म होगा। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली-एनसीआर में इस संडे को गर्मी का पारा 44 डिग्री के पार हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो 50 साल के गर्मी का रेकॉर्ड टूट जाएगा। क्योंकि 1967 में 27 अप्रैल को अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया था। वहीं, पिछले कुछ साल के अप्रैल के तापमान पर नजर डालें तो अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहता है।
मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कम सक्रिय होने से गर्मी बढ़ रही है। हालांकि बीच-बीच में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम सुहावना होता है और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। लेकिन इस हफ्ते के अंत तक पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा।
जानकारों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ती गर्मी के लिए ग्लोबल वॉर्मिंग तो जिम्मेदार है ही, लेकिन दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रही गाड़ियों की संख्या भी इसके लिए कम जिम्मेदार नहीं है। गाड़ियों से केवल धुआं ही नहीं निकलता है बल्कि इनसे गर्मी भी बढ़ती है। इस कारण अप्रैल में ही गर्मी कई साल का रेकॉर्ड तोड़ सकती है। इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर में कंक्रीट का जंगल बढ़ता जा रहा है। ऐसे में यहां आम शहरों से अधिक गर्मी होना सामान्य है। यानी इन एरिया में अर्बन हीट आईलैंड बन गया है।जब तक दिल्ली-एनसीआर में हरित क्षेत्र में डिवेलप नहीं होगा तब तक गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं है। ऐसे में साल दर साल गर्मी बढ़ती ही रहेगी।
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