अंतिम दौर में सट्टा बाजार में ‘कमल’ ब्रैंड का जोर दिखा। तीसरे राउंड तक पीछे रहने वाली बीजेपी को गुरुवार को खुले नए भाव में 188 से 190 और एसपी गठबंधन को 125 से 130 तक सीटें मिलने की संभावना पर बनारस में ही 25 करोड़ से ज्यादा का सट्टा लगा है।
बीएसपी को सट्टेबाजों ने शुरुआती दौर से ही अंडर एस्टिमेट किया। बीएसपी के लिए कभी सौ से ज्यादा का भाव खुला ही नहीं और अंतिम दौर में 80 पर टिका तो टिक ही गया। हालांकि राजनीति के जानकार इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। इनकी मानें तो बीएसपी दलित-मुस्लिम वोटों की गठरी से ‘साइलेंट किलर’ के रूप में सामने आ सकती है।
ऐसे होती है कमाई
चाहे आईपीएल हो या फिर चुनावी सट्टा। भाव खोलने वाला हो या फिर दाम लगाने वाला, सबकुछ ‘जुबानी जमा-खर्च’ के भरोसे। धंधे में ईमानदारी 24 कैरेट की। फोन से लाखों की कमाई या फिर घर से ‘लक्ष्मी’ का जाना तय मानिए। दांव भी ‘यस’ और ‘नो’ में। बीजेपी की 188 सीट पर ‘नो’ का मतलब हुआ यदि 188 सीट आ गई तो रकम डूब गई और 187 आने पर जेब गरम। 190 पर ‘यस’ के दांव का मतलब हुआ अगर इतनी सीट आई तो दांव लगाने वाले को सट्टे की पूरी रकम मिलना तय है। कुछ सटोरियों ने पांच सीट की जाबिंग भी चलाई।































































