तस्वीर देख कर मां ने पहचाना अपना ‘मरा हुआ’ बच्चा, पूरी कहानी पढ़कर आप हैरान रह जाएंगे

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प्रतीकात्मक तस्वीर, साभार

बेंगलुरु : एक औरत जिसे बताया गया कि उसका बच्चा डिलिवरी के समय ही मर गया था, उसने पुलिस द्वारा तस्करों से बचाए गए बच्चों की तस्वीर में से अपने बच्चे को पहचान लिया। महिला की शिकायत के बाद डीएनए टेस्ट किए गए जिससे यह साबित हो गया कि बच्चा उसी का था। यह महिला मैसूर के नसीमा अस्पताल में डिलिवरी के लिए गई थी। वहां डॉक्टरों ने उसे बताया कि उसका बच्चा मर गया है। कई महीने बाद उसने अखबार में पढ़ा कि इस अस्पताल से बच्चों की तस्करी करने वालों से कुछ बच्चों को बचाया गया है। खबर के साथ बचाए गए बच्चों की तस्वीर भी प्रकाशित की गई थी। महिला को उन बच्चों में से एक का चेहरा अपने पति से काफी मिलता जुलता दिखाई दिया।

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दो बच्चियों की मां इस महिला को अपने पति की मौत के कुछ दिन बाद ही खुद के गर्भवती होने का पता चला था। जिसके बाद वह अपना गर्भपात कराने के लिए अस्पताल भी गई थी। लेकिन तब उसका गर्भपात किया जाना संभव नहीं था। बाद में डिलिवरी के बाद उसे बताया गया कि उसका मेल चाइल्ड पैदा होते समय ही मर गया। पुलिस में शिकायत के बाद महिला के डीएनए टेस्ट किए गए जिससे पता चला कि वास्तव में बच्चा उस महिला का ही था। इसके बाद पुलिस ने कोर्ट के आदेश के बाद बच्चों को उनके माता-पिता को सौंप दिया। पुलिस के मुताबिक, बच्चों की तस्करी में नसीमा नर्सिंग होम की डॉक्टर अनुषा मुख्य आरोपी है। यह गैंग बच्चों के पैदा होने के तुरंत बाद गायब कर देता था और इन बच्चों को खरीदने वाले लोगों के नाम पर इनके जन्म प्रमाण पत्र जारी कर देता था।

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