देश के कई हिस्सों में कुदरत का कहर जारी है। उत्तराखंड, बिहार, असम समेत कई राज्य इसकी चपेट में है। कई लोग तो अपनी जान गंवा चुके है। एक ओर बिहार में लगभग 12 जिले बाढ़ की चपेट में है तो वहीं उत्तराखंड में भी बादल के फट जाने से 7 लोग लापता हैं और 3 लोगों के शव बरामद हुए है। बादल फटने के बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा रोक दी गई है।
इन सात लोगों में 4 एसएसबी के जवान और 3 स्थानीय लोग है। इन सात लोगों में 4 एसएसबी के जवान और 3 स्थानीय लोग है। घटना के बाद SSB के 4 जवान और एक जेसीओ को पंगाटी नाला से बचाया जा चुका है।.
उत्तर भारत में भी हिमाचल प्रदेश के मंडी में भूस्खलन की चपेट में आने से कई लोगों की जान चली गई। अब तक मरने वालों की संख्या 46 हो गई है, हादसा इतना भयानक है कि अभी और लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। रविवार देर शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद राहत बचाव का काम रोक दिया गया है।
बिहार का सीमांचल क्षेत्र भी इस वक्त बाढ़ की चपेट में है। नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश और सीमांचल के जिलों में भी हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। एक तरफ जहां सैकड़ों गांवों में पानी घुस गया है, वहीं शहरी इलाकों में भी दो से 3 फुट पानी भरा हुआ है।
उत्तर प्रदेश भी बाढ़ के कहर से अछूता नहीं है। बहराइच में बाढ़ से हालात काफी खराब हो गए हैं, जिले के 425 गांवों में सैलाब तबाही मचा रहा है।
वहीं मूसलाधार बारिश से पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ आ गई है। असम में रविवार को 10 लोगों की मौत हुई है। असम में बाढ़ की स्थिति खराब होने के चलते 10 और लोगों की मौत हुई है, जहां 21 जिलों में 22.5 लाख लोग प्रभावित हुए है और बचाव के लिए सेना को बुलाया गया है।