नवजोत कौर ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल, राजस्व मंत्री बिक्रम मजीठिया और पंजाब भाजपा के पूर्व अध्यक्ष कमल शर्मा पर उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास संबंधी कार्य करने में अड़चनें पैदा करने का आरोप लगाया। नवजोत ने कहा कि इन लोगों ने उनके पति को पंजाब की राजनीति से दूर रखा, भाजपा आलाकमान पर दबाव बनाया कि 2014 लोकसभा चुनावों के लिए अमृतसर सीट से उनका टिकट काटा जाए और यहां अरूण जेटली को लाया गया।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जब भी मैंने कोष के लिए सरकार से बात की तो मुझे अपमानित किया गया। यहां तक कि पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी मदद के लिए तैयार नहीं थे।’’ हालांकि पंजाब भाजपा प्रमुख विजय सांपला ने नवजोत के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने लुधियाना में कहा, ‘‘कई बार उनके बयानों को लेकर उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की स्थिति पैदा हो जाती थी लेकिन हमने ऐसा नहीं किया।’’ नवजोत ने पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख अमरिंदर सिंह को एक ‘‘भ्रमित’’ नेता बताया।