खाने में बारातियों को नहीं मिला मीट, तो नाराज हुआ दूल्हा… दुल्हन ने ऐसे सिखाया सबक

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मीट

योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में अवैध बूचड़खानों पर प्रतिबंध क्या लगाया यहां आए दिन बाराती नाराज होने लगे… कुछ समय पहले खबर आई थी कि बरेली जिले में बारात को मीट नहीं परोसा गया तो वह लौट गई…

अब एक ऐसी ही खबर आई है. इस बार खबर कुल्हेड़ी गांव से है. यहां एक परिवार अपनी बेटी को विदा करने की तैयारियों में लगा था. बारातियों की हर तरह से खातिर की जा रही थी, लेकिन दूल्हे ही किसी बात पर नाराज हो गए. नाराजगी भी महज इस बात पर कि खाने में सिर्फ शाकाहारी व्यंजन ही क्यों परोसे जा रहे हैं. और इसी बात पर दूल्हे मियां कह बैठे – मीट नहीं तो शादी नहीं…मामले ने इतना तूल पकड़ा की गांव में पंचायत बुलाई गई और पुलिस को भी बुला लिया गया। बात बढ़ती देख लड़के वाले निकाह के लिए तैयार हो गए। लेकिन ऐन वक्त पर लड़की ने हिम्मतकर शादी से मना कर दिया।

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दरअसल मुजफ्फरनगर के थाना भोपा क्षेत्र के गांव करहेड़ा निवासी इश्त्याक पुत्र मंगलू अंसारी ने अपनी बेटी का रिश्ता गांव संभलहेड़ा निवासी कुरबान अंसारी के पुत्र रिजवान के साथ एक साल पहले तय किया था। बुधवार दोपहर दूल्हा रिजवान बरात लेकर करहेड़ा पहुंचा। प्रीतिभोज में मांसाहारी के स्थान पर शाकाहारी भोजन देखकर बाराती नाराज हो गए। बरातियों और दूल्हा पक्ष के परिजनों ने दहेज में बाइक के बजाए बड़ा वाहन देने की मांग कर दी। दुल्हन के परिजनों ने पुलिस को सूचना दे दी।

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सूचना पर मौके पर पहुंचे एसआई योगेंद्र पंवार व शिवकुमार ने पूरे मामले की जानकारी ली। पुलिस को देख दूल्हा पक्ष के होश उड़ गए। पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों की पंचायत हुई। और दोनों पक्षों के बीच आपस में समझौता हो गया और निकाह कराने की रजामंदी हो गई। पुलिस की मौजूदगी में निकाह की रस्म शुरू कर दी गई। मौलवी निकाह कराने लगे। तभी दुल्हन ने अपने परिजनों की बेइज्जती समझते हुए निकाह करने से इंकार कर दिया।

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आखिरकार शादी में आए एक मेहमान ने दुल्हन से शादी करने का प्रस्ताव रखा और दुल्हन ने उसे स्वीकार भी कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि पंचायत ने भी इस शादी को समर्थन दिया और दुल्हन ने उसी मंडप में किसी और से शादी रचा ली।