अगर सस्ती कार ले रहे हैं, तो देनी पड़ेगी फिरौती !

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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली दिन-ब-दिन क्राइम कैपिटल बनती जा रही है। दिल्ली में सस्ती कार लेना भी अब लोगों के लिए जी का जंगाल बन चुका है। दिल्ली में एक ऐसे गिरोह का खुलासा हुआ है जो सस्ती कार दिलाने के बहाने लोगों का अपहरण कर उनसे फिरौती वसूलता है। सस्ते दाम में कार दिलाने के बहाने ये गिरोह महाराष्ट्र और गुजरात के व्यापारियों को दिल्ली बुलाकर उनका अपहरण कर रंगदारी वसूतलता था। इस मामले में दो कुख्यात बदमाशों तौफीक उर्फ काला और सन्नी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। 50 हजार के इनामी बदमाशों ने मुठभेड़ के दौरान पुलिस टीम पर फायरिंग भी की। उनके पास से पुलिस ने दो पिस्टल और पांच कारतूस बरामद किए। दोनों मेवात क्षेत्र के एक शातिर गैंग से जुड़े हैं। तौफीक (24) मथुरा (उत्तर प्रदेश) के दौलतपुर गोवर्धन गांव और सन्नी (23) राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है।

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क्राइम ब्रांच कमिश्नर ने बताया कि बदमाशों ने बीते वर्ष 21 दिसंबर को तौफीक एवं सन्नी ने गुजरात के भुज निवासी व्यवसायी वलजी भाई का अपहरण कर उनके बेटे से फोन पर पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। पुलिस के आने की सूचना पाकर वे वलजी भाई को छोड़कर भाग गए थे। इन बदमाशों पर दिल्ली पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था। क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि वारदात में शामिल बदमाश गुड़गांव से भाटी माइंस के पास अपने साथियों से मिलने आ रहा है। सूचना पर टीम ने इलाके की घेराबंदी की। सन्नी और तौफीक मोटरसाइकिल से वहां पहुंचे। टीम ने उन्हें रुकने को कहा, लेकिन उन्होंने पिस्टल निकाल ली और भागने की कोशिश की। सन्नी ने पुलिस टीम पर दो राउंड फायर भी किए। आखिरकार टीम ने दोनों को दबोच लिया। पूछताछ में तौफीक ने बताया कि अखबार के जरिये वे महाराष्ट्र और गुजरात में सस्ते रेट पर कार एवं कबाड़ बेचने का विज्ञापन देते थे। जो भी व्यक्ति उनसे फोन पर संपर्क करता था, उसे दिल्ली बुला लेते थे। इसके बाद उसका अपहरण कर परिजनों से रंगदारी मांगते थे।

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विज्ञापन देखकर जब उनके पास वलजी भाई का फोन आया तो उन्हें दिल्ली बुला लिया गया। दिल्ली आने पर उसके एक साथी ने रेलवे स्टेशन पर उनसे मुलाकात की और पलवल लेकर आया। वलजी भाई का अपहरण कर उनके बेटे से रंगदारी मांगी, लेकिन इसी बीच दिल्ली पुलिस के आने की खबर मिलने पर वे सभी वलजी भाई से 20 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए। सन्नी अपहरण कर रंगदारी मांगने के कई मामलों में शामिल रहा है। उसका पिता भी बदमाश है।

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इस तरह की वारदातें दिल्ली ही नहीं बल्कि देशभर में आम हो चुकी हैं। ऐसे में जरूरत है हमें सजग रहने की। ताकि कोई हमारे भरोसे का फायदा उठाकर हमें ही अपनी नापाक साजिश का शिकार न बना ले। अक्सर इन मामलों में झूठे फोन कॉल्स और फर्जी विज्ञापनों का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे फरेबी विज्ञापनों और गुमराह करने वाले फोन कॉल्स से सजग रहकर हम अपनी सुरक्षा कर सकते हैं।