पिछले साल हुए उरी हमले की दहशत आज भी लोगों के दिलों में है। लोग इस भयावह घटना को कभी भूल नहीं सकते हैं। और एक बार फिर पाकिस्तान के आतंकी ऐसा ही हमला करने की साजिश रच रहे हैं। इतना ही नहीं पाकिस्तानी आतंकियों का मॉड्यूल जम्मू कश्मीर में फिदायीन हमले की फिराक में हैं। खुफिया अधिकारियों से मिली इस सूचना के बाद उरी और आसपास के इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
खुफिया सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बीते चार दिनों के दौरान उरी के दौरान आतंकी घुसपैठ की दो कोशिशें सामने आई हैं। चार दिन पहले 6 आतंकियों का एक समूह सुरक्षा बलों को चकमा देते हुए भारतीय सीमा में दाखिल होने में कामयाब रहा। आशंका है कि वे किसी सैन्य प्रतिष्ठान या श्रीनगर में अहम ठिकानों को निशाना बना सकते हैं।
वहीं सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों ने मंगलवार रात भी उरी सेक्टर में तोरन के पास घुसपैठ की कोशिश की, जिसे सेना ने नाकाम कर दिया। घुसपैठियों की भनक लगते ही भारतीय सैनिकों ने उन्हें रोकने की गोलीबारी शुरू की, जिससे वे उलटे पांव भाग निकले। सेना की इस कार्रवाई में एक आतंकी को गोली भी लगी है और वहां खून के निशान मिले हैं।
आपको बता दें कि साल 2016 में 18 सितंबर में जम्मू-कश्मीर के उरी में भारतीय सेना के बेस पर आतंकी हमले में सोना के 17 जवान शहीद हो गये थे। जैश आतंकियों के हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे, जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई। आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई। इस हमले में शामिल चारों आतंकियों को सेना ने मार गिराया था।