झोलाछाप डॉक्टर का कहर देखिये, इलाज के नाम पर इन अनाड़ी डॉक्टरों ने दो बच्चियों के शरीर में लोहे के गरम सरिये दाग दिये। यह मामला है राजस्थान का, जहां चितौड़गढ़ जिले से नौ माह और भीलवाडा से दो साल की बच्ची को सरकारी अस्पताल लाया गया। अस्पताल के शिशु विशेषज्ञ ओ पी अगल ने इस बात की जानकारी दी।
दोनों शिशुओं के शरीर पर एक एक स्थान पर गर्म सरिये से दागे जाने के निशान हैं।
उन्होंने बताया कि दोनों बच्चियां निमोनिया और एनीमिया से पीड़ित थीं लेकिन तथाकथित झोलाछाप डॉक्टरों ने उनका उपचार करने के लिए उनके शरीर गर्म सरिये से दाग दिये।
आगल ने बताया कि चितौड़गढ़ से लायी गयी बच्ची का इलाज किया गया और खून चढ़ाया गया। इस बीच परिजन उसे अस्पताल प्रशासन को बताये बिना ले कर चले गये जबकि दो साल की बच्ची का उपचार अस्पताल में जारी है।
आगल ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने बिना अनुमति के उपचाराधीन बच्ची को घर ले जाने और दोनों बच्चियों को लोहे के सरिये से दागने के मामले में पुलिस को सूचना दी गई है। पुलिस के स्तर पर यह मामला विचाराधीन है।
इधर भीलवाड़ा और चितौड़गढ़ पुलिस ने बताया कि भीलवाड़ा के सरकारी अस्पताल एम जी ने पुलिस को इस बारे में सूचना दी है। मामले की आरंभिक जांच की जा रही है। फिलहाल मामला दर्ज नहीं किया गया है।