नई दिल्ली। दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड इलाके में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प में शनिवार(3 सितंबर) को एक युवक की मौत हो गई तथा इसके साथ ही घाटी में जारी अशांति में मृतकों की संख्या बढ़कर 71 हो गई। उधर लाल चौक और एयरपोर्ट रोड पर कब्जे के अलगाववादियों के आह्वान को देखते हुए श्रीनगर के कई इलाकों में शनिवार को भी कर्फ्यू जारी रहा। शेष कश्मीर में कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लागू रहीं, जहां 57 दिनों से जनजीवन पंगु बना हुआ है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बासित अहमद अहनगर (24 साल) को अनंतनाग के जिला अस्पताल लाया गया, जो झड़प के दौरान घायल हो गया था। डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ‘‘श्रीनगर के मुख्य इलाके के पांच थाना क्षेत्रों और शहर के बाहरी इलाके बटमालू तथा मैसूमा में कर्फ्यू जारी रहा।’’ उन्होंने कहा कि गर्मियों की राजधानी के इन इलाकों में एहतियाती उपाय के तौर पर कर्फ्यू जारी रहा।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के घाटी के दौरे के विरोध में अलगाववादियों ने लोगों से शनिवार(3 सितंबर) और रविवार(4 सितंबर) को एयरपोर्ट रोड, शहर के मध्य में स्थित लाल चौक और जिला मुख्यालय पर कब्जा करने का आह्वान किया है।
बहरहाल अधिकारी ने कहा कि उन शहरों से कर्फ्यू हटा लिया गया है, जहां शुक्रवार को लागू किया गया था। हालात में सुधार को देखते हुए घाटी के अन्य इलाकों से भी कर्फ्यू हटा लिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा की आशंका के मद्देनजर पुलवामा, कुलगाम, शोपियां, बारामुला और पट्टन शहरों के अलावा श्रीनगर के कुछ हिस्सों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया था। आधिकारिक सू़त्रों ने बताया कि बाकी घाटी में लोगों की आवाजाही पर कर्फ्यू जैसी बंदिशें जारी रहीं।
अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल के 57वें दिन भी जारी रहने की वजह से जनजीवन प्रभावित रहा। शैक्षिक संस्थान और निजी दफ्तर बंद रहे, जबकि सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारद रहा। अलगाववादियों ने बंद के अपने आह्वान को आठ सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया है।