नई दिल्ली : शशिकला के लिए तमिलनाडु की सत्ता की कुर्सी तक पहुंचने की राह आसान नहीं लग रही है। पन्नीरसेल्वम कैंप की ओर से मिल रहे झटकों के बाद न्यायपालिका से भी शशिकला को निराशा हाथ लग सकती है क्योंकि शशिकला के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला सोमवार को आने की उम्मीद नहीं है। इससे तमिलनाडु में राजनीतिक अनिश्चितता लंबी खिंच सकती है।
सुप्रीम कोर्ट की कॉज लिस्ट में शशिकला के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति वाला मामला शामिल नहीं है। सुप्रीम कोर्ट में किसी दिन जिन मामलों पर आगे की कार्रवाई होनी होती है, उन मामलों की सूची कॉज लिस्ट में होती है। कॉज लिस्ट में शशिकला का मामला न होने का मतलब है कि सोमवार को उस पर कोई फैसला आने की उम्मीद नहीं है। शशिकला मामले की सुनवाई कर रहे दो जजों में से एक जज का सुप्रीम कोर्ट की कॉज लिस्ट में नाम नहीं है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वह छुट्टी पर हैं या शशिकला मामले में फैसला लिखने के लिए छुट्टी ले रखी है। जस्टिस पी.सी.घोष और जस्टिस अमिताभ रॉय ने पिछले साल फैसले को रिजर्व रख लिया था। 6 फरवरी को उन्होंने संकेत दिया था कि फैसला एक हफ्ते में आ सकता है।
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