हल्द्वानी: उत्तराखंड में सोमवार को एक नहर से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट मिले। हलद्वानी-काठगोदाम से कटघरिया जाने वाली नहर में 1000 और 500 रुपए के नोट बहकर आए। स्थानीय लोगों ने जाल लगाकर नोटों को बाहर निकाला। इस बात की खबर जैसे ही फैली नहर के पास काफी लोग इकट्ठे हो गए। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने नोटों को जब्त भी किया है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आठ नवंबर के एलान के बाद से 500-1000 रुपये के पुराने नोट चलन से बाहर हो गए हैं। लोगों को इस तरह के नोट बैंकों व डाकघरों में जमा कराने को कहा गया था। देश के कई अन्य राज्यों से भी पुराने नोटों को जलाने, कचरे में फेंकने और उनके टुकड़े करने की खबरें आर्इ हैं।
इससे पहले यूपी के मेरठ में परतापुर पुलिस चौकी के पास लाखों रुपए के 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों की कतरन मिली थी। पुराने नोटों को किसी मशीन से बारीक टुकड़े कर दिए गए हैं। कुछ लोग इस कतरन को भरकर भी ले गए हैं। सड़क पर जगह-जगह नोटों की कतरन देखकर लोग हैरान रह गए। वहीं राजस्थान के चूरु में कुछ लोग गाड़ी के इंजन में नोट छुपाकर ले जा रहे थे। इसी दौरान इंजन की गर्मी से नोटों में आग लग गई। गाड़ी हरियाणा की तरफ से आ रही थी और चूरु जा रही थी। गाड़ी के बोनट से बरामद हुए नोट पूरी तरह से जल चुके थे।
यूपी के बरेली में 500 और 1000 रुपए के जले हुए नोट पाए गए थे। 13 नवंबर को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 500 और 1000 रुपए के नोटों के दो बोरे डस्टबिन में पड़े मिले थे। पुलिस के मुताबिक नोटों को कूड़े में फेंकने से पहले उन्हें फाड़ा गया था। इससे पहले यूपी के मिर्जापुर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। यहां गंगा नदी में हजार के नोट पानी में बहते हुए पाए गए थे। गंगा नदी में तैरते हुए नोटों की कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है। स्थानीय लोगों ने नोट देखकर पुलिस को इसकी सूचना दी थी।