यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ पद संभालते ही एक्शन में आ गये हैं। पिछने एक महीने से जिस लगन और वो सख्ती से काम करने में लगे हैं वो सभी ने देखा है। और सिर्फ वही नहीं बल्कि उनके मंत्री भी इसी सख्ती से अपना कार्यभार संभाल रहे हैं। योगी ने अपने मंत्रियों के लिए आचार संहिता भी जारी की है। लेकिन ये क्या प्रदेश की बीजेपी सरकार के एक मंत्री का बुधवार को अलग ही रूप देखने को मिला। योगी सरकार में खादी और ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने एक दिव्यांग को सरेआम बेइज्जत किया।
दिव्यांग व्यक्ति के लिए मंत्री ने कहा कि ‘लूले-लंगड़े लोगों को संविदा पर रखा है, ये क्या सफाई कर पायेगा। तभी ऐसा हाल है यहां की सफाई का।’ इस दौरान दफ्तर के कई और लोग भी वहां मौजूद थे। यहां आपको बता दें कि योगी सरकार ने दिव्यांगों के सम्मान में विभाग नाम बदलकर दिव्यांगजन जनसशक्तिकरण विभाग कर दिया है। और इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ समय पहले ही देशवासियों से अपील की थी, कि वे विक्लांगों को दिव्यांग कहें। जिसके बाद से दिव्यांग शब्द चलन में आया।
जब मंत्री दफ्तर पहुंचे, तो उन्होंने मुख्य गेट बंद करवाया। मंत्री ने हर जगह सफाई का जायजा लिया। तभी उन्होंने दिव्यांग सफाई कर्मचारी को देख उससे पूछा कि तुम कौन हो, दिव्यांग ने कहा कि वह यहां पर सफाई कर्मचारी है।
उसके बाद मंत्री ने पूरे दफ्तर का जायजा लिया और गंदगी देख अफसरों को खरी खोटी सुनाई। उन्होंने अफसरों से कहा कि प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान चला रहे हैं, और आपको सफाई करनी नहीं आती। शाम तक सफाई नहीं की गई तो सिर पर रखकर कूड़ा उठवाएंगे। आपको बता दें कि योगी सरकार के मंत्री लगातार अपने दफ्तरों का जायजा ले रहे हैं, और सफाई पर काफी ध्यान दे रहे हैं।