यूपी में आगामी विधान सभा चुनाव को देखते हुए दलित मतदाताओं को लुभाने के लिए कांग्रेस जोर शोर से तैयारी में जुटी है। कांगे्स ने दलित मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए एक प्लान तैयार किया है। जिसके लिए पार्टी ने 85 टीमें बनाई हैं जो चार दिसंबर से आरक्षित सीटों वाले क्षेत्रों का दौरा करेंगी।
ये टीमें गांव गांव में जाएंगी और दलितों के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताएंगी और उनकी समस्याओं को जानेगी। ऐसा करके पार्टी यह साबित करना चाहती है कि कांग्रेस और उनका संबंध पुराना है। साथ ही उनसे पूछेंगी उन्हें पार्टी से क्या अपेक्षा है और आखिर पार्टी ने कहां चूक की, जिससे दलित और पार्टी के बीच दूरी बढ़ी।
कांग्रेस ने यह कदम, पार्टी को दलित हितैषी बनाने के लिए उठाया है। साथ ही कांग्रेस इसके लिए रोहित वेमुला केस, उना घटना और आरएसएस प्रमुख का आरक्षण पर बयान के मुद्दे को उठाएगी साथ ही उनकी कोशिश रहेगी कि इसके जरिए वे भाजपा को दलित विरोधी बना साबित कर सके।