अफलातून की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए आयोग द्वारा भेगे गए नोटिस में अखबार को हिदायत दी गई है कि भविष्य में किसी राजनीतिक दल का प्रचार करने वाला विज्ञापन न छापा जाए। गौरतलब है इससे पहले पुलिस ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन मामले में ‘जागरण डॉट कॉम’ के संपादक शेखर त्रिपाठी को गिरफ्तार किया था, जिन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।
दैनिक जागरण के संपादक की यह गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के तुरंत बाद रिसोर्स डेवलपमेंट इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के एग्जिट पोल (मतदान बाद सर्वेक्षण) के नतीजे अपनी वेबसाइट पर छापने के आरोप में हुए थे।
हालांकि, जागरण अपने सफाई में कहा कि उत्तर प्रदेश के एग्जिट पोल के बारे में खबर अनजाने में उसकी अंग्रेजी वेबसाइट पर प्रकाशित हो गई थी और समूह के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इसकी जानकारी मिलते ही फौरन इसे हटा दिया गया था।