नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी में सीएम अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच जारी घमासान पर भले ही विराम लग गया हो, लेकिन शिवपाल के अंदर का दर्द बार-बार झलक जा रहा है। इन सब के बीच यूपी के सैफई में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान शिवपाल का दर्द एक बार फिर सामने आ गया।
सपा नेता ने कहा कि पार्टी में गलत काम करने वालों का विरोध करना महंगा पड़ गया। अब चुनाव है और आप सभी लोग समझ रहे हैं कि किन हालात में चुनाव लड़ना है। शिवपाल यादव ने कहा कि वह दल में आंतरिक भितरघात के शिकार हुए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में हमने बहुत काम किया है।
पार्टी में अलग-थलग पड़े वरिष्ठ नेता ने भावुक होकर कहा कि हमारे पास और भी दूसरे रास्ते थे, लेकिन उन पर नहीं जाना चाहते। सपा को मुलायम सिंह यादव ने बनाई और मैं नेता जी को नहीं छोडूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे कभी भी पद की लालसा कभी नहीं रही।