सत्ता में आने के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को दौरा करने पहुंचे। इस दौरान योगी शेरगढ़ी में दलितों से मिलने पहुंचे जहां उन्हें खूब दुलार मिला लेकिन वहीं पर कुछ दलितों ने उनके खिलाफ जमकर प्रद्रशन भी किया। गुस्साए लोगों ने शराब की दुकानों में तोडफ़ोड़ करने के साथ ही योगी आदित्यनाथ के पोस्टर भी फाड़ दिए। दरअसल, सीएम योगी मेरठ के एक दलित के शेरगढी में लोगों का दर्द जानने गए थे, उसके ठीक बाहर डाक्टर अंबेडकर पार्क हैं उसमें एक बड़ी प्रतिमा लगी हैं। योगी उसके पास से गुजरे लेकिन मार्ल्यापण नहीं कर सके।
हैलीकॉप्टर से पहुंचने के बाद उन्होंने गेहूं केंद्र और मलिन बस्ती का निरीक्षण करके वे वापस कार मे बैठ गये। इस दौरान वहां स्थित भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति पर योगी द्वारा माला नहीं चढ़ाने से नाराज लोगो का गुस्सा भड़क गया और योगी का काफिला निकलते ही लोगों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि लोगों ने शराब की दुकानों में तोड़-फोड़ करके अपने अपने घर शराब ले गये और योगी के पुतले को भी लोगो ने जलाकर भड़ास निकाली।
सीएम योगी से लोगों की शिकायत है कि बस्ती की शराब की दुकानों से लोग बहुत परेशान हैं और इस मामले पर मुख्यमंत्री ने किसी से बात तक नहीं की। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि आसपास शराब की दुकानें खुलने से माहौल खराब हो गया है और सट्टे व जुए की वजह से लोग इसी में लगे रहते हैं। लोगों को उम्मीद थी कि योगी तत्काल इसके बारे में कोई ऐलान करेंगे। और मेरठ वालों की गुजारिश थी। इन सबको बंद करके जाएंगे पर उन्होंने ऐसा कुछ नही किया इसी के कारण लोग भड़क उठे।