नोटबंदी से परेशान बुजुर्ग महिला ने कहा- गुरुपर्व है और मेरे पास खाने को कुछ नहीं

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गुरूपर्व
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पीएम मोदी के नोटबंदी के बाद से ही लोग अपने कैश को बदलवाने के लिए बैंकों की लाईनों मे लग रहे हैं। पंजाब की एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि गुरूपर्व हैं और मेरे पास कुछ खाने के लिए नही हैं। जिसके साथ ही 500 और 1000 रुपए के नोट बदलने के लिए रविवार को देशभर में बैंकों के आगे लंबी-लंबी लाइने लगी थीं।

देश के सभी राज्यों के साथ पंजाब का भी यही हाल रहा। जालंधर जिले के निज्जरन गांव स्थित पंजाब ग्राणीण बैंक के आगे एक घंटे तक लाइन में खड़ी रहने के बाद 65 साल की वलवंत कौर का नंबर आया। लेकिन उनकी सारी मेहनत उस समय बर्बाद चली गई जब बैंक वाले उन्हें 100-100 रुपए के 15 नोट नहीं दे पाए। बेहद परेशान कौर ने बताया कि मैं पहले लांब्रा बैंक गई थी और फिर यहां आई। लेकिन बैंक अधिकारियों का कहना है कि ना तो उनके पास 100 रुपए हैं और ना ही 500 के नोट। अब हमारे जैसे लोग जाए तो जाए कहा।

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पास के ही बाजार में गेहूं साफ करके पैसे कमाने वाली कौर ने बताया, कल गुरुपर्व है और हमारे घर ना कुछ खाने को है गुरूपर्व पर ना गुरुद्वारे चढ़ाने के लिए कुछ है। उन्होंने बताया कि अब वह किराने वाले से राशन उधार लेने की कोशिश करेंगीं। वहीं, पंजाब ग्राणीण बैंक पहुंची 70 साल की रूप लाल 1000 रुपए लेकर आई थीं और उन्हें भी इसी समस्या से जूझना पड़ा। हालांकि इस बार एक सीनियर बैंक अधिकारी ने खुद के पैसे से उनके 1000 रुपए बदल दिए। रूप लाल ने कहा, गुरूपर्व पर मुझे आटा खरीदना था और मैं बैंक अधिकारी की बहुत आभारी हूं जो उन्होंने मेरी सहायता की।

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