नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान ‘वरदा’ तमिलनाडु के तट से सोमवार(12 दिसंबर) की दोपहर टकराया। तेज गति की हवाओं और भारी बारिश के साथ उत्तरी तमिलनाडु के तटीय जिलों में ‘वरदा’ ने भयंकर तबाही मचाई। इस चक्रवाती तूफान से जहां 4 लोगों की मौत हो गई वहीं भारी बारिश और तूफान से सैकड़ों पेड़ उखड़ गए। मुसीबत में फंसे लोगों को बचाने के लिए सेना राहत एवं बचाव कार्य चला रही है।
भारतीय मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक (सेवाएं) एम. महापात्र ने बताया कि चक्रवाती तूफान का केंद्र चेन्नई से 20 किमी दूर था। इसने दोपहर करीब दो बजे तट को छुआ। उस समय चेन्नई के नजदीक हवा की रफ्तार 90 से 100 किमी प्रति घंटे थी।
तमिलानाडु के मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने लोगों को फिलहाल अपने घरों से ना निकलने की अपील की है। चेन्नई एयरपोर्ट को भी शाम 9 बजे तक बंद कर दिया गया था। चेन्नई सब-रेलवे नेटवर्क भी बंद कर दिए गए हैं। मछुआरों को भी चेतावनी दी गई है।
राज्य के मुख्य सचिव (राजस्व प्रशासन) के. सत्यगोपाल के अनुसार, तूफान से 3384 पेड़ और 3400 बिजली के खंभे गिरे हैं। 224 सड़कें अवरुद्ध हुईं और 47 झोपडि़यां क्षतिग्रस्त हो गईं। हालांकि, एहतियात के तौर पर क्षेत्र के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति को बंद कर दिया गया था।