एक बार फिर कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा विवादों में फस गएं हैं। येदुरप्पा ने दलित परिवार द्वारा बनाया हुआ खाना खाने से मना कर दिया और उसकी बजाय होटल से खाना मंगवा लिया। जबकि वह दलित परिवार के घर खाने पर पहुंचे थे। इसी के चलते येदियुरप्पा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत में कहा गया है कि येदियुरप्पा ने दलित के घर भोजन करने का ढोंग किया, जबकि वो खाना होटल से मंगाया गया था। इससे दलितों के सम्मान को ठेस लगी है। हालांकि येदियुरप्पा के बचाव में उतरी बीजेपी का कहना है कि आरोप राजनीति से प्रेरित है।

इस मामले को लेकर जनता दल (सेक्युलर) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने बीएस येदियुरप्पा की आलोचना की है। वहीं राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष जी परमेश्वरा ने कहा है कि दलित समाज के लोग पूर्व मुख्यमंत्री को सबक सिखाएंगे। लेकिन बीजेपी नेता एस प्रकाश ने कहा, ‘कांग्रेस और जेडी(यू) दोनों को कर्नाटक में अपनी राजनीतिक जमीन खिसकती हुई नजर आ रही है। इसकी क्षतिपूर्ति करने के लिए वे येदियुरप्पा के खिलाफ झूठे आरोप लगा रहे हैं। येदियुरप्पा पर लगाए जा रहे आरोप गलत हैं।’
आप को बता दें कि येदुरप्पा का नाम भ्रष्टाचार में भी आया था। येदियुरप्पा और उनके परिवार पर आरोप था कि इन लोगों ने स्टील कंपनी जेएसडब्ल्यू का फेवर किया था और इन्हें अवैध तरीके से माइनिंग लाइसेंस दिलाने में मदद की थी। साथ ही 40 करोड़ रुपये की घूस भी ली थी। 2011 में जब ये मामला सामने आया, तब येदियुरप्पा कर्नाटक के सीएम थे। पिछले साल अक्टूबर में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने येदियुरप्पा को 40 करोड़ की घूस लेने के केस में बरी कर दिया था। कोर्ट ने उनके दो बेटे, दामाद समेत 13 लोगों को बरी कर दिया था। इस मामले में येदियुरप्पा को तीन हफ्ते तक जेल में रहना पड़ा था और अपनी सीएम की कुर्सी भी गंवानी पड़ी थी।