दिल्ली: छोटे लोहिया के नाम से मशहूर जिस मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी और अपने परिवार को फर्श से लेकर अर्श तक पहुंचाया आज उस मुलायम की राजनीति अपने आखिरी दौर में है। बीते 25 सालों में मुलायम सिंह ने सपा को सींचकर भारत की राजनीति के केंद्र में ला दिया। उसी पार्टी के बहुसंख्यक तबके और उनके बेटे ने उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया है।
यूपी और सपा में यह राजनीतिक उठापटक पिछले कई महीनों से जारी है। कभी मुलायम अखिलेश को बाहर करते हैं तो कभी अंदर। कभी अखिलेश शिवपाल को मंत्रीमंडल से बाहर करते हैं तो कभी अंदर। लेकिन आज अखिलेश ने शिवपाल को ही नहीं हटाया बल्कि अपने पिता और राजनीतिक गुरू मुलायम सिंह को ही राष्ट्रीय पद से हटाकर खुद सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित करवा डाला।
मुलायम सिंह यादव ने नए सिरे से पांच जनवरी को पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया है। अब मुलायम का अगला क़दम क्या होगा, उनकी राजनीति को 30 सालों से करीब से देखने वाले राजनीतिक विश्लेषक भी इसके बारे में अनुमान लगाने से बच रहे हैं।